AJAB GAJAB : 5 किलो का होता है एक फल, मिथिलांचल में हर भोज की है ये जान

दरभंगा. आज बात मिथिलांचल की खास सब्जी कदीमा की. कोई मौका हो कदीमा तो बनेगी ही. ये 5 किलो का एक फल होता है. मिथिलांचल भोज के लिए भी जाना जाता है. यहां पर होने वाला भोज, कदीमा की सब्जी के बिना अधूरा माना जाता है. यह कदीमा आमतौर पर घरों के छप्परों पर पूरे मिथिलांचल में आपको देखने मिल जाएगा. इससे कई प्रकार के व्यंजन बना कर परोसे जाते हैं. इस फल की खासियत ये है कि ये 5 किलो का होता है.

मिथिलांचल के एक किसान सुबोध कुमार बताते हैं इस इलाके में कदीमा का बहुत महत्व है. ये हर भोज में काम आता है. इसकी सब्जी खाने से शरीर भी स्वस्थ रहता है. मिथिलांचल में कदीमा हर जगह लगाया जाता है. गरीब से गरीब आदमी भी इसकी पैदावार करता है. ये घर और खेत दोनों जगह लगाया जा सकता है. सड़क किनारे भी आप लगा सकते हैं.

कदीमा के कई आइटम
मिथिलांचल के भोज में इसकी आवश्यक रूप से बनती है. इसका तरूआ बनाया जाता है. इसके सिवाय भी बहुत से आइटम बनाए जाते हैं. जैसे कदीमा में काबुली चना या फिर चना दाल डाल कर सब्जी बना सकते हैं. डालना यहां की काफी फेमस डिश है. मिथिलांचल में डालना की सब्जी इसका मिक्स वेज भी बना सकते हैं और मिथिलांचल में कदीमा अनिवार्य रूप से भोज में बनाए जाते हैं . हर भोज में कदीमा की सब्जी बनती ही बनती है .

एक बार खाएंगे तो…
कदीमा की सब्जी की एक और खासियत है. इस सब्जी को यहां के स्थानीय लोग भोज में खुद बनाते हैं. यदि आप यहां के स्थानीय लोगों के हाथों से बना कदीमा की सब्जी एक बार चख लेंगे तो उसका स्वाद भूल नहीं पाएंगे.

FIRST PUBLISHED : May 17, 2024, 19:44 IST

Source – News18